हिंदी कहानियां
अबोली भाषा

अबोली भाषा

अबोली भाषा शशांक को बचपन से ही पप्पा से असाधारण लगाव था। उसके पप्पा पुष्पशील भी उस पर जान छिड़कते, उसका पूरा ध्यान भ…

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दूसरा मौका मां बनने का

दूसरा मौका मां बनने का

दूसरा मौका मां बनने का    उर्मी रसोई में काम कर रही थी और कनखियों से कांताबाई को सफाई करते हुए देख रही थी ।कांता…

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तृष्णा में फंसा मन

तृष्णा में फंसा मन

तृष्णा में फंसा मन कुछ धनी किसानों ने मिलकर खेती के लिए एक कुँआ बनवाया. पानी निकालने के लिए सबकी अपनी-अपनी बारी …

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हास्टल रैगिंग और मै

हास्टल रैगिंग और मै

हास्टल रैगिंग और मै-1 मैने 1959-60 मे काशी हिंदू विश्वविद्यालय से बी. काम. द्वितीय श्रेणी से पास किया।अब आगे की …

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भाग्य का लिखा होकर रहेगा

भाग्य का लिखा होकर रहेगा

भाग्य का लिखा होकर रहेगा   एक समय की बात है। एक बहुत ही ज्ञानी पण्डित था। वह अपने एक बचपन के घनिष्‍ट मित्र से मि…

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तुम और राजस्थान

तुम और राजस्थान

तुम और राजस्थान जैसे-जैसे  मुझे अच्छा लगने लगा  तुम्हारा साथ, मेरे देश की संस्कृति में मुझे तुम नज़र आने लगे …

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गुड़िया की मन्नत

गुड़िया की मन्नत

गुड़िया की मन्नत -1 गुड़िया बहुत छोटी थी। सिर्फ़ छह बरस की। उसकी माँ सुनीता दूसरों के घरों में झाड़ू पोछा करती …

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नाना नानी और करवाचौथ

नाना नानी और करवाचौथ

नाना नानी और करवाचौथ-1     नानी बहुत सुंदर थी । कोई भी देख के कह सकता था कि खंडहर बताते हैं इमारत बहुत बुलंद …

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नहीं लड़ते अगर हम

नहीं लड़ते अगर हम

नहीं लड़ते अगर हम किसी नदी के तटवर्ती वन में एक सियार अपनी पत्नी के साथ रहता था। एक दिन उसकी पत्नी ने रोहित (लो…

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क्योंकि वो माँ है

क्योंकि वो माँ है

क्योंकि वो माँ है  बर्तनों की आवाज देर रात तक आ रही थी रसोई का नल चल रहा है माँ रसोई में है.... तीनों बहुऐं अप…

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